रामप्रवेश गुप्ता बीजपुर
बीजपुर(सोनभद्र)। एनटीपीसी रिहंद सीआईएसएफ में राष्ट्रीय सम्पत्ति की सुरक्षा करते हुए सीआईएसएफ के जवान मृगेंद्र नाथ की दो साल पहले कैंसर की बीमारी से हुई मौत के बाद पत्नी कुसुम देवी के सामने जिंदगी पहाड़ बन गयी थी।उस समय बेटा असमेत सागर और बेटी अनामिका की पढ़ाई लिखाई पर जैसे ब्रेक लग गया।बावजूद मृतक जवान की हौशला बुलंद पत्नी कुसुम ने कुशल गृहणी का फर्ज निभाते हुए दोनों बच्चों की पढ़ाई के लिए केंद्रीय बिद्यालय रिहंद में पढ़ाई को अनवरत जारी रखी और इस दुखद घड़ी में भी उस वक्त बेटी अनामिका ने कक्षा दशवीं में प्रथम रैंक हासिल कर नंबर एक पर आयी थी।ठीक दो साल बाद वर्ष 24 –2025 में अनामिका ने केंद्रीय विद्यालय में कक्षा बारहवीं में साइंस साइट से 91% अंक अर्जित कर यह साबित कर दिया कि जिंदगी की उड़ान अभी आगे बाकी है।पत्रकारों से रूबरू अनामिका ने इस संकट की घड़ी में अपने पढ़ाई का श्रेय क्लास टीचर सहित प्रिंसिपल और अपनी माँ को देती है।कहा कि हौशला मेरा यही है कि मेरे पिता की मौत कैंसर की बीमारी से हुई थी हमने ठाना है कि भविष्य में नीट परीक्षा निकाल कर कैंसर का सफल डॉक्टर बन देश और समाज सेवा करते हुए माता पिता के सपनों को पूरा करना है।
